तस्वीर है स्मार्ट सिटी उदयपुर से 100 किमी दूर आदिवासी इलाके कोटड़ा की सुलाव पंचायत के बंजारा बड़ला के खेरों का फला गांव की। इसके पास ही साबरमती बांध है, उसके पानी से यह गांव 10 साल से टापू बना हुआ है। रास्ते बंद हो गए हैं। लोगों का कहना है कि स्कूल जाना हो या अस्पताल या मजदूरी करने, ट्यूब ही एकमात्र सहारा है। स्कूल भी दरिया के उस पार है और बच्चों को रोज जान जोखिम में डाल 500 फिट से अधिक की दूरी और गहरे पानी को टयूब पर बैठकर पार करना पड़ता है। गांव में 50 घर हैं और 200 से ज्यादा की आबादी है। अधिकारियों से गुहार लगाकर थक चुके हैं।
10 साल से टापू बना है कोटड़ा का बंजारा बड़ला गांव; स्कूल जाना हो या अस्पताल, 50 परिवारों का ट्यूब ही है एकमात्र सहारा